इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स एण्ड साइन्स ओलम्पियाड (आई.एम.एस.ओ.-2012) का तीसरा दिन
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की मेजबानी में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में चल रहे इण्टरनेशनल मैथमेटिक्स एण्ड साइन्स ओलम्पियाड (आई.एम.एस.ओ.-2012) का तीसरा दिन बेहद दिलचस्प रहा। सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आज जहाँ एक ओर विश्व के 12 देशों से पधारे छात्रों ने साइंस एक्सपेरीमेन्ट्स एवं एक्सप्लोरेशन विद मैथमेटिक्स जैसी रोचक प्रतियोगिताओं में गणित व विज्ञान के ज्ञान का भरपूर प्रदर्शन किया तो वहीं दूसरी ओर सायंकालीन सत्र में अपने-अपने देशों के लोकनृत्यों की अनूठी छटा से सभी को भावविभोर कर दिया। आई.एम.एस.ओ.-2012 की प्रतियोगिताओं में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों का उत्साह देखने लायक था, सभी छात्र टीमें ज्यादा से ज्यादा पदक जीतने की कोशिश में अपने ज्ञान-विज्ञान का प्रदर्शन करने में किसी से पीछे नहीं थे। सी.एम.एस. कानपुर रोड का विशाल परिसर आज एक ‘ग्लोबल विलेज’ का नजारा प्रस्तुत कर रहा था जहाँ 12 देशों ताइवान, चीन, फिलीपीन्स, इण्डोनेशिया, थाईलैण्ड, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, नेपाल, नाइजीरिया, श्रीलंका व भारत के प्रतिभाशाली छात्र अपने ज्ञान-विज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि 13 वर्ष से कम आयु के छात्रों के लिए यह अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड (आई.एम.एस.ओ.-2012) पहली बार भारत में आयोजित किया जा रहा है जिसकी संयोजिका सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती स्वप्ना मंशारमानी है। इस अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड में विश्व के 12 देशों से लगभग 600 छात्र व विशेषज्ञ अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं।
आई.एम.एस.ओ.-2012 के तीसरे दिन का शुभारम्भ आज प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी के सारगर्भित उद्बोधन से हुआ जिन्होंने अपनी ओजस्वी वाणी से देश-विदेश से पधारे प्रतिभागी छात्रों में अभूतपूर्व उत्साह व आत्मविश्वास का संचार किया। अपने संबोधन में डा. गाँधी ने प्रतिभागी छात्रों के उत्साह व लगन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन छात्रों में कुछ नया कर दिखाने का इतना जोश है कि यही जोश मानवजाति के विकास का पथ प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती न ही यह किसी देश की सीमा में बाँधकर रखा जा सकता है। वैज्ञानिक प्रगति व आध्यात्मिक, नैतिक विचारों के मिलन से ही मानवता की प्रगति सम्भव है और यही आदर्श विश्व व्यवस्था की आधारशिला भी है।
आई.एम.एस.ओ.-2012 एक्जीक्यूटिव बोर्ड के सदस्य व थाईलैण्ड से पधारे प्रख्यात शिक्षाविद् डा. प्रमोट ने बताया कि इस ओलम्पियाड के प्रश्नपत्रों को बनाने में कई देशों के गणितज्ञों व विज्ञान विशेषज्ञों का योगदान होता है एवं इसके पश्चात एक उच्चस्तर की कमेटी फाइनल प्रश्नों का चुनाव कर प्रश्नपत्र तैयार करती है।
नाइजीरिया से पधारे शिक्षाविद् श्री कालू इंडिका कालू व श्री अजाकाये एबेनजर ने आई.एम.एस.ओ.-2012 की संयोजिका व सी.एम.एस. आर.डी.एस.ओ. कैम्पस की प्रधानाचार्या श्रीमती स्वप्ना मंशारमानी व सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि नाइजीरिया के छात्रों को भारतीय वेषभूषा व खानपान बहुत भा रहे हैं। लोगों में बहुत आत्मीयता है व शिक्षा का स्तर भी सराहनीय है। किताबी ज्ञान के अतिरिक्त गाँधी जी जो विश्व एकता व विश्व शान्ति की शिक्षा दे रहे हैं, वह अनुकरणीय है। इसी प्रकार थाईलैण्ड से पधारे शिक्षाविद्
श्री जिन्डानूवाट जिराट और निपापोर्न युनप्रास्कृत ने कहा कि कल उन्होंने लखनऊ भ्रमण किया और इस यादगार पलों वे कभी भूल नहीं पायेंगे। लखनऊ की संस्कृति व सभ्यता सचमुच अनूठी है। चीन से पधारी शिक्षिका सुश्री ही क्विंग जीजियांग ने कहा कि यहाँ का साँस्कृतिक कार्यक्रम उन्हें बहुत पंसद आया और अपने देश में अपने विद्यालय के छात्रों को भी वे एकता व शांति का पाठ पढ़ायेंगी। श्रीलंका से पधारी डा. एस. के. गालाटिया ने कहा कि उनके देश के सर्वश्रेष्ठ छात्र एक विशेष चयन परीक्षा के बाद यहाँ आये हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके छात्र सर्वाधिक पदक जीतने में सफल होंगे। श्रीलंका से ही पधारी श्रीमती आर.ए.एस.पी. रानावत व श्रीमती सुलोचना ने कहा कि बच्चों को शुरू से ही गणित व विज्ञान की शिक्षा मिलनी चाहिए, साथ ही नैतिक शिक्षा भी प्रदान करनी चाहिए जिससे वे अपने ज्ञान का दुरुपयोग न करें।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सांय सत्र में देश विदेश की प्रतिभागी टीमों ने शानदार शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया और नाटक, गीत, नृत्य इत्यादि द्वारा अपने देश की संस्कृति की झलक पेश की और दर्शकों का दिल जीत लिया। श्री शर्मा ने बताया कि अभूतपूर्व सफलता की दास्तान लिखने वाला यह अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड कल सम्पन्न हो जायेगा। कल अपरान्हः 3.00 बजे आई.एम.एस.ओ.-2012 का ‘‘समापन व पुरस्कार वितरण’’ समारोह सी.एम.एस. कानपुर रोड में आयोजित हो रहा है जिसमें देश-विदेश के विजयी प्रतिभागियों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा, आई.ए.एस., सचिव, शिक्षा, उ.प्र., मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर विजयी छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित करेंगे तथापि सी.एम.एस. छात्र देश-विदेश से पधारे बाल गणितज्ञों व प्रख्यात गणित विशेषज्ञों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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