Archive | December, 2011

इस्पा*त मंत्री की मौजूदगी में बाराबंकी, लखीमपुर, झॉसी, हरदोई, मिर्जापुर में इस्पाnत प्रसंस्क रण इकाईंयां स्थाापित करने के करार पर हस्तामक्षर

Posted on 23 December 2011 by admin

माननीय इस्पाेत मंत्री श्री बेनी प्रसाद वर्मा की मौजूदगी में बाराबंकी तथा लखीमपुर में संयुक्ते उद्यम स्टीचल प्रसंस्क‍रण यूनिट लगाने के करार पर हस्ता,क्षर हुए  ।  माननीय मंत्री ने  कन्वमर्जन आधार पर झांसी, हरदोई और मिर्जापुर में एसपीयू की स्था पना के लिए आशय पत्र  प्रदान किए । श्री वर्मा लखनऊ में एसोचेम द्वारा भारतीय इस्पाात उद्योग: मानव संसाधन पद्धतियों, अनुसंधान एवं विकास पहल तथा हरित टैक्नोrलॉजी के अंगीकरण विषय पर आयोजित एक सेमिनार में  शिरकत कर रहे थे  ।

dsc_8442Hon’ble Union Steel Minister Shri Beni Prasad Verma after witnessing JV agreement signing and handing over LOIs for SPUs at Lucknow today. Also seen in the picture are Secretary Steel, GOI, Shri P.K.Misra, Chairman, SAIL Shri C.S.Verma and CMD, RINL, Shri A.P.Choudhary.

उत्तकर प्रदेश को अति विकसित बनाने के अपने स्वॉप्नण पर प्रकाश डालते हुए वह बोले कि उत्तर प्रदेश अनन्त सम्भावनाओं वाली भूमि का प्रदेश है, और जैसे ही बड़े उद्योगों को कच्चे माल की आपूर्ति का काम यहां शुरू होगा, उत्तर प्रदेश का और विकास हो जाएगा । मेरे इस विचार का लक्ष्य, उत्तर प्रदेश को शुरूआती इस्पात, लौह के उत्पादन और कुशल श्रमिकों के भण्डार के तौर पर देखना है । उन्होंकने स्टीेल अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड की ग्रामीण डीलरशिप योजना के फायदों पर चर्चा की और स्थाानीय युवकों को स्कीसम से लाभ उठाने की सलाह दी ।
सेमिनार की विषयवस्तु पर जोर देते  हुए श्री वर्मा ने कहा कि मानव श्रम का   कम इस्तेमाल, अनुसंधान एवं विकास क्षमता का अपूर्ण विकास और  कुशल  टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ना हो पाने के कारण उद्योगों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाया  है।

उत्तर प्रदेश में अनुसंधान एवं विकास क्षमताओं के विकास की इस्पात मन्त्रालय की कार्य-योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए  श्री वर्मा ने कहा कि  उन्हों्ने भारतीय उद्योग द्वारा लो-ग्रेड आयरन ओर और कोकिंग कोयले की बेहतर उपयोगिता के लिए उन्नत टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के निर्देश दिए हैं ।  उन्होंने ये भी कहा कि यदि राज्ये सरकार जरूरी मंजूरियां दे देती है तो राष्ट्री य स्तनर का अनुसंधान एवं विकास केन्द्र् उत्त र प्रदेश में स्थाेपित किया जा सकता है ।

श्री वर्मा ने यह भी घोषणा की कि गोण्डाय, बाराबंकी तथा जगदीशपुर में जल्दक ही आईटीआई लगाये जायेंगे जिनमें हर साल 100 से 150 स्थाबनीय युवकों को फीटर, वेल्डगर, इलैक्ट्रिशियन और कम्यूर्  टर हार्डवेयर में प्रशिक्षण दिया जायेगा । इस क्षेत्र में मानवीय संसाधनों के बेहतर विकास पर अपना रूख स्पष्ट करते हुए माननीय मन्त्री महोदय ने कहा, “ मेरा मानना है कि मानव संसाधन विकास केन्द्रों  को प्राथमिकता पर विकसित किया जाना चाहिए ।”

इससे पूर्व माननीय इस्पात मन्त्री ने हिंदुस्तान स्टीलवर्क्स कंस्ट्रक्शन लिमिटेड (HSCL).के केन्द्रीय सतर्कता अधिकारी द्वारा तैयार पुस्तक  ‘Handbook of CVC circulars and Guidelines’ का लोकार्पण किया ।

इस अवसर पर सेल के अध्यक्ष श्री सी. एस. वर्मा सहित दूसरे सरकारी उपक्रमों के प्रमुख, विभिन्न उद्योगों से जुड़े विद्वान एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे । सेमिनार के दौरान उद्योग से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चिन्तन कि या गया ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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जनसूचना अभियान ग्रामीण क्षेत्रों के लिये उपयोगी -अध्यक्ष जिला पंचायत

Posted on 23 December 2011 by admin

269जनसूचना अभियान में 07लाख 37हजार की करेंसी का विनिमय

पत्र सूचना कार्यालय ,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ,कानपुर तथा मंत्रालय के विभिन्न विभाग यथा डी0ए0वी0पी0,क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय गीत एवं नाटक प्रभाग,आकाशवाणी, दूरदर्शन तथा जिला प्रशासन आदि के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 22 दिसम्बर से 24 दिसम्बर 2011 तक जी0एस0ए0एस0 इण्टर काॅलेज मुरसान के प्रांगण में आयोजित भारत निर्माण जन सूचना अभियान के दूसरे दिन आज दिनांक 23.12.2011 को मुख्य अतिथि के रूप में पधारी जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती रामवती बघेल ने कहा कि भारत निर्माण जन सूचना अभियान ग्रामीण क्षेत्र के लिये लाभकारी एवं काफी उपयोगी है। एक साक्षात्कार में श्रीमती बघेल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन यदि इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में किये जाये तो सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का सही लाभ मिल सकेगा।
कार्यक्रम में पधारेे अतिरिक्त मुख्य चिकित्साधिकारी डा0मन्नू मल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित जननी सुरक्षा योजना को सरकार प्राथमिकता पर ले रही है और ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव कराने पर क्रमशः 1400 रूपये एवं 1000 रू0 पारितोषिक के रूप में दिया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि जननी - शिशु सुरक्षा योजना कार्यक्रम के माध्यम से शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को कम किया जाये। उन्होने बताया कि उक्त योजनान्र्तगत आशा बहिन  को 600/रू0 पारितोषिक दिया जाता है।
चिकित्साधिकारी डा0 अरविन्द सेंगर ने कहा कि लड़का एवं लड़की में विभेद किये जाने की जरूरत नहीं है। भ्रूण जांच करवाना एवं कन्या भ्रूण हत्या एक कानूनी एवं सामाजिक अपराध है। आज के परिवेश में लड़कियों को भी लड़कों के समान बराबर का अवसर दिये जाने की जरूरत है। जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सर्वेश कुमार ने शिक्षा के अधिकार पर चर्चा करते हुए बताया कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिये प्रत्येक विद्यालय को दस - दस कम्प्यूटर दिये जाने का प्राविधान है। सरकार का प्रयास है कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जाये। इसके लिये आवश्यक संसाधनों का विस्तार भी किया जा रहा है। राजकीय बालिका इं0काॅलेज की प्राचार्या सुश्री निशा मधुर ने कहा कि आज की लड़कियां लड़कों से किसी भी प्रकार कम नहीं है, आवश्यकता है उन्हें अवसर एवं प्रोत्साहन देने की। उन्होंने कहा कि महिलाएं वेदों में पूज्यनीय कही गई है लेकिन पुरूष प्रधान समाज द्वारा हमेशा शोषण किया गया है।
रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया, कानपुर द्वारा लगाये गये स्टाॅल पर दो दिनांे में लगभगर 07लाख 37हजार रूपये की करेंसी एक्सचेंज किया गया। सहायक महाप्रबन्धक श्री अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा कई जनहित के कार्य किये जा रहे है। श्री गुप्ता ने बताया कि युवा विद्वान पुरस्कार योजना के तहत प्रतिवर्ष 150लोगों का चयन किया जाता है जहां अंशकालिक प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को निखारा जाता है। प्रशिक्षण के दौरान रू07500/प्रतिमाह प्रशिक्षणार्थियों को स्टाइपेन्ड के रूप में दिये जाते है। श्री गुप्ता ने बताया कि इंजीनियरिंग,एम0बी0ए0,इत्यादि छात्रों के लिये विशेष रूप से आर0बी0आई0 द्वारा समर प्लेसमेंट कार्यक्रम चलाया जाता है। बैकिंग लोकपाल के सहायक सचिव श्री आर0एन0द्विवेदी ने कहा कि बैंको से संबधित जो भी शिकायत हो, कानपुर स्थित बैकिंग लोकपाल को इसकी शिकायत दे सकते है। इसका समाधान करने का प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम मेें आार0बी0आई0 के पर्सनल अधिकारी श्री विजय सोमदेव, श्री राजेश शेखरी,राष्ट्रीय पशु आयुर्वेद अनुसंस्थान  लखनऊ के डा0आर0के0तिवारी एवं ई0वी0एम0मशीन प्रशिक्षक श्री राजेश कुमार शर्मा,सर्वोदय विकास संगठन के  श्री मतेन्द्र ंिसंह गहलोैत इत्यादि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरंभ में पत्र सूचना कार्यालय के निदेशक श्री अरिमर्दन सिंह ने जन सूचना अभियान पर विस्तृत जानकारी दी। आगन्तुकों का स्वागत जन सूचना अभियान के नोडल अधिकारी डा0एम0एस0यादव तथा कार्यक्रम का संचालन मीडिया एवं संचार अधिकारी डा0नरसिंह राम ने किया। इस अवसर पर गीत एवं नाटक प्रभाग के पंजीकृत कलाकारों द्वारा शिक्षाप्रद ,सूचनाप्रद,एवं मनोरंजक जानकारियां  एवं कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय की चित्र प्रदर्शनी आम लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही।  क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय अलीगढ़ एवं मुरादाबाद इकाई द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं ज्ञानवर्धक चलचित्र प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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भारत निर्माण- जन सूचना अभियान योजनाओं के प्रचार-प्रसार का सशक्त माध्यम -जिलाधिकारी

Posted on 23 December 2011 by admin

372पत्र सूचना कार्यालय ,सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ,कानपुर तथा मंत्रालय के विभिन्न विभाग यथा डी0ए0वी0पी0,क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय गीत एवं नाटक प्रभाग,आकाशवाणी, दूरदर्शन तथा जिला प्रशासन आदि के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 22 दिसम्बर से 24 दिसम्बर 2011 तक जी0एस0ए0एस0 इण्टर काॅलेज मुरसान के प्रांगण में आयोजित भारत निर्माण जन सूचना अभियान के दूसरे दिन आज दिनांक 23.12.2011 को मुख्य अतिथि के रूप में पधारी जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती रामवती बघेल ने कहा कि भारत निर्माण जन सूचना अभियान ग्रामीण क्षेत्र के लिये लाभकारी एवं काफी उपयोगी है। एक व्यक्तिगत साक्षात्कार में श्रीमती बघेल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन यदि ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाये तो सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का सही लाभ मिल सकेगा।
कार्यक्रम में पधारेे अतिरिक्त मुख्य चिकित्साधिकारी डा0नन्नूमल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित जननी सुरक्षा को सरकार प्राथमिकता पर ले रही है। और ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव कराने पर क्रमशः 1400 रूपये एवं 1000 रू0 पारितोषिक के रूप में दिया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि जननी शिशु सुरक्षा योजना कार्यक्रम के माध्यम से शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को कम किया जाये। उन्होने बताया कि उक्त योजनान्र्तगत आशा बहिन जी को 600/रू0 पारितोषिक दिया जाता है।
चिकित्साधिकारी डा0 अरविन्द सेंगर ने कहा कि लड़का एवं लड़की में विभेद किये जाने की जरूरत नहीं है। भ्रूण जांच करवाना एवं कन्या भ्रूण हत्या एक कानूनी एवं सामाजिक अपराध है। आज के परिवेश में लड़कियो को भी लड़कों के समान बराबर का अवसर दिये जाने की जरूरत है। जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सर्वेश कुमार ने बताया कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिये प्रत्येक विद्यालय को दस दस कम्प्यूटर दिये जाने का प्राविधान है। सरकार का प्रयास है कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जाये। इसके लिये आवश्यक संसाधनों का विस्तार भी किया जा रहा है। राजकीय बालिका इं0काॅलेज की प्राचार्या सुश्री निशा माथुर ने कहा कि आज की लड़कियां लड़कों से किसी भी प्रकार कम नहीं है आवश्यकता है उन्हें अवसर एवं प्रोत्साहन देने की उन्होने कहा कि महिलाएं वेदों में पूज्यनीय कही गई है। लेकिन पुरूष प्रधान समाज द्वारा हमेशा शोषण किया जाता है।
रिजर्व बैंक इण्डिया कानपुर द्वारा लगाये गये स्टाॅल पर दो दिनांे में लगभगर 07लाख 27हजार रूपये की करेंसी एक्सचेंज किया गया। सहायक महाप्रबन्धक श्री अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि रिजर्व बैंक आॅफ इण्डिया द्वारा कई जनहित के कार्य किये जा रहे है। श्री गुप्ता ने बताया कि युवा विद्वान पुरस्कार योजना के तहत प्रतिवर्ष 150लोगों का चयन किया जाता है। जहां अंशकालिक प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को निखारा जाता है प्रशिक्षण के दौरान रू07500/प्रतिमाह प्रशिक्षणार्थियों को स्टाइपेन्ड के रूप में दिये जाते है। श्री गुप्ता ने बताया कि इंजीनियरिंग,एम0बी0ए0,इत्यादि छात्रों के लिये विशेष रूप से आर0बी0आई0 द्वारा समर प्लेसमेंट कार्यक्रम चलाया जाता है। बैकिंग लोकपाल के सहायक सचिव श्री आर0एन0द्विवेदी ने कहा कि बैंको से संबधित जो भी शिकायत है कानपुर स्थित बैकिंग लोकपाल को इसकी शिकायत दे सकते है। इसका समाधान करने का प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम आार0बी0आई0 के पर्सनल अधिकारी श्री विजय सोमदेव श्री राजेश शेखरी,राजकीय पशु संस्थान के डा0आर0के0तिवारी एवं ई0वी0एम0मशीन प्रशिक्षक श्री राजेश कुमार शर्मा श्री महेन्द्र ंिसंह गहलोैत इत्यादि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरंभ में पत्र सूचना कार्यालय के निदेशक श्री अरिमर्दन सिंह ने जन सूचना अभियान पर विस्तृत जानकारी दी। आगन्तुको का स्वागत जन सूचना अभियान के नोडल अधिकारी डा0एम0एस0यादव तथा कार्यक्रम का संचालन मीडिया एवं संचार अधिकारी डा0नरसिंह राम ने किया। कार्यक्रम में गीत एवं नाटक प्रभाग के पंजीकृत कलाकारों द्वारा शिक्षाप्रद ,सूचनाप्रद,एवं मनोरंजन जानकारियां दी गई। क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय अलीगढ़ एवं मुरादाबाद इकाई द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं ज्ञानवर्धक चलचित्र प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विकलांग व मंदबुद्धि बच्चों का अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव ‘इनरस्केप-2011’ सम्पन्न,

Posted on 23 December 2011 by admin

innterscape-cultural-2विकलांग छात्रों ने बिखेरी साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा
विकलांग बच्चों को दया व सहानुभूति की नहीं अपितु प्यार व प्रोत्साहन की आवश्यकता है
– न्यायमूर्ति श्री विष्णु सहाय, पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, इलाहाबाद हाईकोर्ट

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित विकलांग व मंदबुद्धि बच्चों का अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव ‘इनरस्केप-2011’ आज  पुरस्कार वितरण के साथ सम्पन्न हो गया। इससे पहले आज ‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011’ का तीसरा व अन्तिम दिन अभूतपूर्व प्रतिभा प्रदर्शन कर रहा तथापि मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर तथा मूक बधिर बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपने बौद्धिक कौशल, लगन व उत्साह का परचम लहराने के बाद आज शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव के अन्तिम दिन आज प्रातःकालीन सत्र में देश के कोने-कोने से पधारे मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर छात्रों की ‘साँस्कृतिक प्रतिभा प्रदर्शन’ प्रतियोगिता जूनियर व सीनियर वर्गों में सम्पन्न हुई। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्रों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन करते हुए शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों का ऐसा समाँ बाँधा कि देखने वालों ने दांतो तले उंगली दबा ली और तालियों की गड़गड़ाहट से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम गूँज उठा। भाँगड़ा की मस्ती, लोकनृत्यों की महक, गजल, समूह नृत्य, डांडिया, गरबा व अनेकों अन्य प्रस्तुतियों की इन्द्रधनुषी छटा बिखरेकर इन छात्रों ने साबित कर दिया कि हम भी किसी से कम नहीं और किसी भी प्रकार की विकलांगता इन्हें सफलता के शिखर पर पहुँचने से नहीं रोक सकती।
अपरान्हः सत्र में ‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011’ का भव्य पुरस्कार वितरण व समापन समारोह सम्पन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री विष्णु सहाय, पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दीप प्रज्जवलित कर अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011 के पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन किया एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री विष्णु सहाय ने कहा कि इन प्यारे बच्चों को दया व सहानुभूति की नहीं अपितु प्यार व प्रोत्साहन की आवश्यकता है। उन्होंने सी.एम.एस. की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इस आयोजन से सी.एम.एस. ने मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर तथा मूक बधिर बच्चों के सम्मान हेतु सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया है। उन्होंने आगे कहा कि कहा कि ये बच्चे अन्य बच्चों से किसी भी मायने में पीछे नहीं है। इनमें भी इतनी प्रतिभा छिपी पड़ी है कि थोड़ा सा प्रशिक्षण देने व प्यार-सम्मान से ये सफलता के उच्चतम सोपान पर कदम रख सकते हैं।
समापन समारोह में बोलते हुए अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011 की सचिव व सी.एम.एस. महानगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या सुश्री नलिनी शरद ने कहा कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग हेतु छात्रों का उत्साह व आत्मविश्वास देखकर लगता ही नहीं कि ये कहीं से कमजोर भी हैं। विकलांगता के बावजूद ये छात्र दृढ़ता से जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और किसी भी रुकावट को दूर करने का साहस रखते हैं। सुश्री नलिनी शरद ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से हमने समाज को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि समाज का सभी वर्ग इन्हें प्रोत्साहित करें, सम्मान दे एवं प्रकृति प्रदत्त कमजोरी को हेय दृष्टि से न देखें। ये मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर बच्चे हमारा प्यार पाना चाहते हैं, दया नहीं। सुश्री शरद ने इनरस्केप में प्रतिभाग हेतु सभी छात्रों व विद्यालयों/संस्थाओं का आभार व्यक्त किया।
सी.एम.एस. के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि इन बच्चों की प्रतिभा किसी मजबूरी की मोहताज नहीं है। विकलांग होते हुए भी ये छात्र वह सबकुछ कर सकते हैं जो आम बच्चे करते हैं। शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर बच्चों में भी प्रतिभा की कहीं कोई नहीं होती है और उनमें भी आगे बढ़ने का अदम्य साहस व उत्साह होता है, जिसे दबाया नहीं जा सकता। श्री गाँधी ने कहा कि ये बच्चे भी दुनिया में एकता की ऐसी ज्योति प्रज्वलित करना चाहते हैं जो पूरे विश्व को एकता के सूत्र में पिरो दे।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने कहा कि सी.एम.एस. महानगर का विशाल महोत्सव ‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2010’ हालांकि आज सम्पन्न हो गया लेकिन इसकी गूंज सारे विश्व में प्रतिध्वनित होती रहेगी एवं प्रकृति प्रदत्त कमजोरी के शिकार इन बच्चों के सम्मान हेतु समाज को उद्वेलित करती रहेगी। श्री शर्मा ने कहा कि ये बच्चे सचमुच सामान्य नहीं, अपितु असामान्य हैं क्योंकि इनकी प्रतिभा असामान्य है, इनकी लगन व दृढ़ इच्छाशक्ति असामान्य है जो बड़ी से बड़ी बाधा को भी पार करने में सक्षम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन मासूम छात्रों की कमजोरियां ही इनकी विशिष्टता भी हैं जो इन्हें हौसला प्रदान करती हैं। श्री शर्मा ने कहा कि इस ऐतिहासिक व अभूतपूर्व आयोजन का उद्देश्य इन बच्चों की प्रतिभा निखारना था। इस आयोजन में देश के विभिन्न प्रान्तों के  लगभग 350 प्रतिभागी छात्र विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे वाद-विवाद, चित्रकला, मोल्डिंग, पजल्स एवं कम्प्यूटर आदि में अपनी योग्यता का भरपूर प्रदर्शन किया और सिद्ध कर दिया कि विकलांगता विकास में बाधक नहीं है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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A talk on latest advancement in management of Cerebral Palsy at KGMU

Posted on 23 December 2011 by admin

Dr J K  Jain renowned paediatric orthopaedic surgeon  is going to deliver a talk on latest advancement in management of cerebral palsy in centenary celebrations on 23rd Dec 2011 at 4pm at PHI Bhawan CSMMU .

Cerebral palsy is a life long condition that affect person from birth because of some insult to developing brain and child became permanently disable for whole life. Till the few years back most of the children remain disabling for whole life due to not availability of latest modality of treatment especially in developing country like India. But Dr J K Jain, alumni of KGMC, presently secretary of Samvedna trust Allahabad is doing lots of work on this neglected branch of medicine since 8 year and got successful experience in more than 2000 children, he has given new life to these children & most of them are able to stand and walk with little support & they are being integrated in main stream of society.

He has started multi-model approach in which team of well trained therapist are working hard to get best out come by latest therapeutic method and Dr Jain himself has started a new concept in surgical management of cerebral palsy. This surgical concept is known as OSSCS with some modification.  It is based on concept of spastic multi-articular muscle, normal antigravity small muscle.  He uses to balance whole body by performing surgeries on all spastic long multiarticular muscle and leaving important smaller muscle in single event surgeries so that child . he start therapy With in 2 weak of surgery so that child recover at very fast speed . by this technique dr jain has treated more than 200 cases , child who were not able to stand , now they are able to stand and walk independently.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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विकलांग व मंदबुद्धि बच्चों का अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव ‘इनरस्केप-2011’ का दूसरा दिन

Posted on 22 December 2011 by admin

innerscape-contest-2वाद-विवाद, पेन्टिंग, पजल्स, मोल्डिंग एवं कम्प्यूटर आदि प्रतियोगिताओं में अभूतपूर्व प्रतिभा की छाप छोड़ी विकलांग बच्चों ने

सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में आयोजित हो रहे विकलांग व मंदबुद्धि बच्चों के अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव ‘इनरस्केप-2011’ का दूसरा दिन आज देश के कोने-कोने से पधारे मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर तथा मूक बधिर बच्चों के अभूतपूर्व प्रतिभा प्रदशर्न का दिन था। सी.एम.एस. कानपुर रोड के उल्लासपूर्ण व उमंग से भरे वातावरण में आज इन विकलांग बच्चों प्रकृति प्रदत्त कमजोरियों के बावजूद वाद-विवाद, पेन्टिंग, मोल्डिंग, पजल्स एवं कम्प्यूटर आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जबरदस्त भागीदारी कर अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया और यह साबित कर दिया कि प्रतिभा के मामले में ये बच्चे किसी से कम नहीं हैं। इनमें भी इतनी प्रतिभा छिपी पड़ी है कि थोड़ा सा प्रशिक्षण देने व प्यार सम्मान से ये सफलता के उच्चतम सोपान पर कदम रख सकते हैं। सी.एम.एस. महानगर (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर तथा मूक बधिर बच्चों का तीन दिवसीय शैक्षिक महोत्सव ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011’’ इन दिनों सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में चल रहा है, जिसमें देश-विदेश से लगभग 300 प्रतिभागी छात्र विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी योग्यता का भरपूर प्रदर्शन कर रहे हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011 में आज दूसरे दिन प्रतियोगिताओं का सिलसिला ‘वाद-विवाद प्रतियोगिता’ से प्रारम्भ हुआ जिसका विषय था ‘‘बाहर की बजाए अपने अन्दर झाँकना अधिक महत्वपूर्ण है’’। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्र हिन्दी या अंग्रेजी, किसी भी भाषा में अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए स्वतन्त्र थे। छात्रों ने इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लिया एवं अपनी तार्किक क्षमता, ज्ञान व धाराप्रवाह अभिव्यक्ति से सभी का दिल जीत लिया। इस प्रतियोगिता में प्रत्येक टीम से दो छात्र शामिल थे जिन्होंने विषय के पक्ष व विपक्ष में अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता का संचालन श्री कार्लाइल मैकफाॅरलैण्ड, प्रधानाचार्य, लामार्टिनियर ब्वाएज स्कूल ने किया। विषय के विपक्ष में अपने विचार रखते हुए माता भगवंती चड्ढ़ा निकेतन, नोएडा के छात्र निशाल भारद्वाज ने कहा कि हमेशा बाहरी रूप ही हमें आकर्षित करता है तथा आंतरिक सौन्दर्य को हम कम ही जान पाते हैं। इसके अलावा आधुनिक युग में व्यक्ति के चलने, बोलने तथा रहने के अंदाज पर ही ध्यान दिया जाता है। इसी स्कूल के समीर ने विषय के पक्ष में बोलते हुए कहा कि मनुष्य के अंदर ही अनन्त सुन्दरता तथा क्षमता निहित है और हम इन गुणों के साथ ही जन्म लेते हैं। बाह्य संदरता तो नष्ट हो जाती है परन्तु आन्तरिक सौन्दर्य सदैव विद्यमान रहता है। इसी प्रकार इण्डोनेशिया के स्टेला माॅरिस से पधारी नओमी ने कहा कि हम सभी में गुण अन्तर्निहित होते हैं। यह हम पर निर्भर है कि हम उसे कैसे उपयोग में लाते हैं क्योंकि यही हमारी जिन्दगी से मुकाबला करने का औजार है। इसी प्रकार कई अन्य विद्यालयों / संस्थाओं से पधारे बच्चों ने अपने तर्क से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका श्री देवेश चन्द्र तिवारी एवं श्री हसन मेंहदी ने निभाई।
इसी प्रकार ‘पिक्चर द पजल्स’ प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग की 18 एवं जूनियर वर्ग की 16 छात्र टीमों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्रतिभागियों में जीतने के लिए जल्द से जल्द पजल्स सुलझाने की होड़ी सी दिखी। जूनियर वर्ग की प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने भारत का मानचित्र के टुकड़े मिलाकर जोड़ा जबकि सीनियर वर्ग में प्रतिभागी छात्रों ने विश्व मानचित्र पर पकड़ प्रदर्शित की। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी छात्रों की तन्मयता देखकर आश्चर्य होता था। ऐसा लग रहा था कि जैसे ये सभी विकलांग छात्र अपनी कमजोरियों का ताक पर रखकर अन्तर्मन से प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं।
बास्केट डेकोरेशन एवं पेन्ट माई कैनवस प्रतियोगिताओं में भी बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था क्योंकि इससे मन के अनकहे भावों को कागज पर दर्शा सकते हैं। बच्चों की चित्रकारी एवं सुन्दर रंगो का समायोजन बरबस ही ध्यान आकर्षित कर लेता एवं इन्हें देखकर कोई कह ही नहीं सकता था कि ये नन्हें चित्रकार मानसिक रूप से कमजोर हैं। इसी प्रतियोगिता में जब चित्रकूट के जे. आर. एच. यूनिवर्सिटी से पधारे छात्र गौकरन पाटिल ने हाथ न होते हुए पैरों से पेन्टिंग बनाई तो दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। इनके शिक्षक ने बताया कि गोकरन पैरों से ही सारे कार्य कर लेते हैं, यहाँ तक कि कम्प्यूटर भी पैरों से भलीभाँति चला लेते हैं। इसी प्रकार ज्योति पटेल (मूक-बधिर), मंतोष यादव (विकलांग), कुमारी निधि एवं रश्मि जैन (स्पास्टिक) आदि ने भी अत्यन्त खूबसूरत पेन्टिंग बनाई। इसी प्रकार बलवंत मेहता विद्या भवन, नई दिल्ली से पधारी जया की पेन्टिंग भी देखते ही बनती थी। इस प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका  प्रसिद्ध चित्रकार श्री समीर दास ने निभाई तथापि इस प्रतियोगिता में 70 छात्र टीमों ने भाग लिया।
इसी प्रकार स्कल्पिस्ट्रिक प्रतियोगिता में देश के विभिन्न भागों से पधारे बच्चों ने प्लास्टर आफ पेरिस, पानी व कपड़े के प्रयोग से अपने सपनों की कलाकृति को उकेरा एवं अपनी अभूतपूर्व प्रतिभा व रचनात्मक के प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कम्प्यूटर प्रतियोगिता के अन्तर्गत भी छात्रों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और साबित कर दिया कि ‘हम भी किसी से कम नहीं’। इस प्रतियोगिता में छात्रों को एक अधूरी कहानी दी गई जिसे उन्होंने सोचकर पूरा किया व स्वयं कम्प्यूटर पर टाइप किया। निर्णायक मंडल छात्रों की रचनात्मक सोच, कल्पना शक्ति व मार्मिक चरित्र चित्रण देखकर दंग रह गये। इसके अलावा आज क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ। यह प्रतियोगिता विशेष रूप से सी.एम.एस. के सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए आयोजित थी।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि कल अपरान्हः सत्र में पुरस्कार वितरण समारोह के साथ ‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011’ सम्पन्न हो जायेगा किन्तु इस आयोजन ने समाज के सभी वर्गो पर गहरी छाप छोड़ी है। श्री शर्मा ने बताया कि ‘अन्तर्राष्ट्रीय इनरस्केप-2011’ का भव्य ‘पुरस्कार वितरण व समापन समारोह’ कल 22 दिसम्बर, शुक्रवार को अपरान्हः 2.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित हो रहा है जिसमें विजयी छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा कल, तीसरे व अन्तिम दिन 23 दिसम्बर को प्रातःकालीन सत्र में जूनियर व सीनियर वर्गों की सांस्कृतिक प्रतिभा प्रतियोगिताएं सम्पन्न होंगी जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से पधारे मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर तथा मूक बधिर बच्चे रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सी.एम.एस. की मेजबानी में ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का आयोजन 28 दिसम्बर से

Posted on 22 December 2011 by admin

pc_cisv-2‘विश्व संस्कृति’ का अनूठा उदाहरण है ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’– सुश्री सुस्मिता बासु, सचिव, अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर

सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेजबानी में लगातार 18वीं बार एक माह के ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 10 देशों ब्राजील, कोस्टारिका, फिनलैण्ड, जर्मनी, इटली, नार्वे, कोलम्बिया, स्वीडन, अमेरिका एवं भारत के बच्चे एक माह तक साथ-साथ रहकर ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना को चरितार्थ करेंगे। यह ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ 28 दिसम्बर से प्रारम्भ होकर 24 जनवरी 2012 तक चलेगा।  यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ की सचिव एवं सी.एम.एस. के  क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की प्रमुख सुश्री सुस्मिता बासु ने दी। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सुश्री बासु ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर का नाम ‘ग्रीनविल विलेज’ रखा गया है जिसमें प्रतिभाग हेतु 10 देशों के 11 वर्ष से 12 वर्ष की आयु के चार-चार बच्चों के दल अपने ग्रुप लीडर के नेतृत्व में लखनऊ पधार रहे हैं तथापि अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की सुव्यवस्था एवं प्रतिभागी छात्रों के बीच आपसी संवाद हेतु 15 से 17 वर्ष की आयु के जूनियर काउन्सलर भी 4 देशों से पधार रहे हैं जिनमें ब्राजील, कोलम्बिया, नार्वे, अमेरिका तथा भारत शामिल हैं।
प्रेस कान्फ्रेन्स में ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ के उद्देश्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए सुश्री बासु ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर विश्व संस्कृति का अनूठा उदाहरण है, जहाँ विभिन्न देशों से पधारे बच्चे एक माह तक साथ-साथ रहकर विभिन्न संस्कृतियों एवं सभ्यताओं की इन्द्रधनुषी छटा बिखेरेंगे। यह शिविर दरअसल लघु विश्व की एक झलक है, यहाँ विभिन्न देशों के बच्चे एक माह तक साथ-साथ रहकर दोस्ती व सद्भाव की जो शिक्षा प्राप्त करेंगे, वह पूरी जिन्दगी उनके साथ रहेगी। सुश्री बासु ने आगे कहा कि इस एक माह लम्बे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर का उद्देश्य बच्चों के कोमल हृदय में आपसी सौहार्द, मित्रता, सहयोग, भाईचारा, विश्व शांति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है। इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में विश्व के 10 देशों के बाल प्रतिनिधि एक साथ मिलजुल कर रहेंगे एवं एक-दूसरे की सभ्यता, सँस्कृति, खान-पान, रीति-रिवाजों व रहन-सहन आदि से परिचित होंगे।
सुश्री बासु ने कहा कि बच्चे बहुत संवेदनशील होते हैं और नई चीजें सीखना व जानना चाहते हैं, ऐसे में विभिन्न देशों के बच्चों के बीच आपसी सहिष्णुता, मैत्री व सौहार्द की भावना का विकास बहुत मायने रखता है क्योंकि यही बच्चे आगे चलकर एकता व शान्ति से परिपूर्ण विश्व समाज की आधारशिला रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय शिविर में विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े बच्चे साथ-साथ रहकर प्रेम, शान्ति, एकता, सहयोग और भाईचारे का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे ही, साथ ही उनमें विश्वव्यापी दृष्टिकोण  का विकास भी होगा उन्होंने बताया कि सी.एम.एस. की मेजबानी में आयोजित इस वर्ष का यह 18वां अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर है। पिछले 17 वर्षो में भी इसी प्रकार के चार सप्ताह लम्बे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविरों की मेजबानी सिटी मोन्टेसरी स्कूल कर चुका है।
इस अवसर पर ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ की निदेशिका एवं सी.एम.एस. गोमती नगर कैम्पस की शिक्षिका श्रीमती शिवानी सिंह ने बताया कि एक माह के इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में विश्व के 10 देशों के चार-चार बच्चों के दल अपने ग्रुप लीडर के नेतृत्व में प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें दो बालक व दो बालिकाएं हैं। इस एक माह के लखनऊ प्रवास के दौरान ये विदेशी मेहमान बच्चे भारतीय परिवारों में भी चार दिन बितायेंगे एवं अपने देश की सुसंगठित व संयुक्त पारिवारिक प्रथा से अवगत होंगे, जिसमें दादा-दादी, नाना-नानी एवं छोटे-छोटे पोते-पोतियाॅ सुखद पारिवारिक वातावरण में साथ-साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के प्रतिभागी बच्चों को ठहरने, खाने-पीने, खेल-कूद, ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण, चिकित्सा आदि की सारी सुविधाऐं उपलब्ध करायी जा रही हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर की ज्वाइंट सेक्रेटरी एवं सी.एम.एस. आनन्द नगर की प्रधानाचार्या श्रीमती निशा पाण्डेय ने प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार रखते हुए कहा कि यह शिविर भारत की प्राचीन परम्परा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ को पूरी तरह से दर्शाता है और निश्चित रूप से इस अन्तर्राष्ट्रीय शिविर के प्रतिभागी बच्चे अपनी विश्वव्यापी सोच से पूरे विश्व को आलोकित करेंगे। श्रीमती पाण्डेय ने कहा जोर देते हुए कहा कि इस तरह के अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर भावी पीढ़ी को मानव मात्र से प्रेम करने की प्रेरणा देते हैं। अब समय आ गया है कि हम सभी संसारवासी मिल-जुलकर विश्व शान्ति, विश्व एकता एवं विश्व बन्धुत्व के प्रयासों में अपना सहयोग करें।
सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस अवसर पर कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय शिविर के माध्यम से पूरे विश्व में ‘विश्व एकता व शान्ति’ की अलख जगाना हमारा उद्देश्य है और ‘विश्व एकता’ का सपना एक दिन सच होकर ही रहेगा। उन्होंने कहा कि इस शिविर के आध्यात्मिक व ईश्वरीय वातावरण में बच्चों को जाति, धर्म, आपसी भेदभाव, क्षेत्रीयता व संकुचित राष्ट्रीयता से ऊपर उठकर ‘विश्व परिवार’ की भावना को आत्मसात करने का मौका मिलता है। डा. गाँधी ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर वास्तव में सारी दुनिया के लिए एक उदाहरण साबित होगा जहाँ विभिन्न देशों के बच्चे साथ-साथ रहकर विश्व शान्ति, विश्व एकता एवं विश्व बन्धुत्व का संदेश देंगे एवं विश्व परिवार की भावना को साकार रूप देंगे। डा. गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. अपनी स्थापना के समय से ही ‘विश्व एकता’ की भावना का प्रचार-प्रसार कर रहा है और यही भावना यहाँ इस बाल शिविर में भी नजर आयेगी।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में विभिन्न देशों के बच्चों का साथ-साथ मिलजुलकर रहना समस्त विश्ववासियों को प्रेम, शान्ति, सद्भाव व एकता का वातावरण बनाने का संदेश देता है। श्री शर्मा ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर 28 दिसम्बर से प्रारम्भ हो रहा है तथापि इसका औपचारिक उद्घाटन 30 दिसम्बर को सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित भव्य शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों से होगा। इसके अलावा विभिन्न देशों के बाल प्रतिनिधियों का ‘ओपेन डे समारोह आगामी 14 जनवरी 2012 को आयोजित किया जायेगा। इस ओपेन डे समारोह में विभिन्न देशों से पधारे बाल प्रतिनिधि अपने-अपने देश के लोकनृत्य व लोकगीत प्रस्तुत कर लघु विश्व की झलक प्रस्तुत करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सूर्या को मिला नेशनल अवाॅर्ड

Posted on 22 December 2011 by admin

सूर्या रोषनी को लाइटिंग की दुनिया में इनर्जी बचत के लिए बेस्ट लैम्प का प्रथम पुरूस्कार मिला। यह नेषनल अवार्ड सूर्या रोषनी के चेयरमैन श्री जयप्रकाष अग्रवाल जी को विज्ञान भवन, दिल्ली में दिया। सूर्या रोषनी हमेषा ही रोषनी एवं बिजली बचत के क्षेत्र में बढि़या से बढि़या लैम्प बनाने के लिए भारत एवं विष्व में विख्यात है। इसी कारण सूर्या के लैम्प का निर्यात विष्व के 40 देषों तक होता है। सूर्या सीएफएल 80 तक की बजली बचत करता है। सूर्या के सी.एफ.एल. में ल्यूमन (रोषनी) बढ़ा दिये गए है। सूर्या सी.एफ.एल. नार्मल डिजाइन के साथ-साथ स्पाइरल डिजाइन में भी उपलब्ध है। हाई वोल्टेज जिनका उपयोग विवाह, बड़े प्रोग्राम, फैक्टरियों व बड़ी इंडस्ट्रियल में होता है। इसकी भी उपलब्धि सभी वाॅटेज में भरपूर हो गई है। सूर्या ने बिजली बचत के क्षेत्र में एीएफएल का उत्पादन विष्व की वेस्ट टैक्नालाॅजी से प्रारंभ किया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Grand inauguration of educational festival ‘International Innerscape-2011′, dedicated to Physically and Mentally challenged children

Posted on 21 December 2011 by admin

Society needs to broaden its thoughts  towards differently able children — Mr Anoop Mishra, IAS, Chief Secretary, UP

participants_innerscape‘International Innerscape-2011′, an event of City Montessori School, Mahanagar (Campus I) with the aim to furnish an international platform to mentally and physically challenged and deaf and dumb children, was inaugurated today at CMS Kanpur Road auditorium. On this occasion, the large gathering of differently abled children arrived from India and abroad conveyed message that they are no less than any one. During the inaugural ceremony of International Innerscape-2011, CMS children presented several colourful educational-cultural items giving out the message to the society that handicap is not a barrier in progress. Earlier, the Chief Guest, Mr Anoop Mishra, IAS, Chief Secretary, UP, lit the lamp of learning and ceremoniously inaugurated the function. It is worth mentioning that CMS Mahanagar (Campus I) is organizing International Innerscape-2011 from 21 to 23 December for the differently abled children in which approximately 300 participants from India and abroad are displaying their capabilities in various Interesting contests.
Speaking on the occasion, the Chief Guest, Mr Anoop Mishra, IAS, Chief Secretary, UP, said that the efforts of CMS to chisel the skills of differently abled children and showcase it to the society is the inspiration for the whole society. He said that although these children may be considered weak yet they possess same quality as the normal children and they only need proper love and honour of society. Mr Mishra stressfully said that the society must widen its thinking about these lovely children to build a happy society. He also praised the Secretary of Innerscape  and the Principal of CMS Mahanagar (Campus I), Ms Nalini Sharad for providing opportunity to highly talented disabled children to showcase their tremendous outstanding capability.
At the inaugural function, CMS students presented Indian folk music and other educational and inspirational cultural programmes spreading out the message of World Peace in the honour of participating teams and their teachers and kept them spellbound. Function started with All Religion and World Peace Prayer. Students discussed several issues related to global problems and suggested their solutions in the World Parliament programme. Students also presented song, dance and music.
Earlier, at the afternoon session, the participating students from all over the country, who have come to Lucknow to attend this international event opened their hearts to the press in the press conference. Holy Cross Convent School, Thane, Mumbai said that for many days we had been practising for this international festival and preparing to come here. It not only accelerated our learning abilities but also instilled self confidence, pride and enthusiasm in us. With great emotion, they expressed their sincere gratitude towards City Montessori School for giving them the opportunity to showcase talents in an international arena. Students from Bal Kalyan Sanstha, Pune, said that we can win over our physical and mental deformities. If we make efforts to consolidate our abilities and God-given gifts and work hard to polish our strengths, we can serve mankind in our own way. Similarly, the Students arrived from Indonesia opined that inspite of being handicapped, we can participate in all the activities like normal children. Praising the CMS hospitality and affection they said that at these things will go down in their hearts and remain with them as sweet memories forever. In the same way, students from various schools and institutes of India and abroad clearly pointed out that they want genuine love and affection but they can stand on their own feet and do not need anyone’s sympathy or pity. They would like to live life to the full and meet all the challenges bravely and smilingly.
Convener of Innerscape-2011 and Principal of CMS Mahanagar (Campus I), Ms Nalini Sharad said that these children do not lack in talent in any way and are bubbling with eagerness and enthusiasm which cannot be suppressed. With the objective of encouraging them, we are organizing Innerscape International. Ms Sharad said that the contests of Innerscape-2011 have been prepared especially for these children keeping their all round development in view. She said that the children have shown keen interest in these competitions. The Founder of CMS and well-known educationist, Dr Jagdish Gandhi, present in the conference said that the gathering of these students from various parts of India gives us the message that we must not feel defeated in life and all the hurdles should be crossed smoothly with smiles. Dr Gandhi told that we ourselves are getting honoured by honouring these students. He viewed that these dumb and deaf children don’t require our sympathy rather they are capable of sympathizing with us. These children have hidden talents and skills which can be proved beneficial for the world. So it is our duty to provide them a place in society, which they truly deserve.
Chief Public Relations Officer of CMS, Mr Hari Om Sharma informed that contests of ‘International Innerscape-2011′ will start tomorrow at 10 am which includes Picture a Puzzle, Paint my Canvas, Sculpturistic, debate, Computer skills, Paint Brush, Basket Decoration and Quiz etc. He said that many renowned personalities will be judging the events. Mr. Sharma informed that the participating schools / institutions of Innerscape-2011 are : Holy Cross Convent Special School, Thane (Mumbai); Mentaid, Kolkata; Mata Bhagwanti chadha Niketan, Noida; Blind Welfare Council, Gujarat; Savali Association For Mr.& C.P. Children, Pune; Manovikas Charitable Society, Delhi; Viklang Kendra  (Umang School), Allahabad; NIMH Secunderabad I, Secunderabad; Spastics Centre Kanpur, Kanpur; Astha Basti Vikas Kendra, New Delhi; Balvantray Mehta Vidya Bhawan, New Delhi; Mangal Murti Viklang Trust, Junagadh, Gujarat; J. R. H. University, Chitrakoot; Jeevan Jyoti Community Center, Sitapur; Nav Jyoti Institute for Mentally Handicapped, New Delhi; Benzy, New Delhi; NIMH Secunderabad II Special Education Center, Secunderabad, Andhra Pradesh; National Institute of Visually Handicapped, Dehradun; Special Education Okhla Center, New Delhi; Bal Kalyan Sanstha, Pune; Umang Special School, Allahabad; Saanidhya Residential School, Mangalore; Amar Jyoti School, New Delhi; B.M.Institute of Mental Health, Ahemdabad; Nov Jyoti School, Indira Nagar, Lucknow; Asmita (Indira Nagar), Lucknow; Study Hall, Lucknow; Nab Lucknow, Lucknow; Navdeep Vishisht Vidyalaya, Lucknow; SNEH Viklang P. Sansthan, Lucknow; Awwa Asha School, Lucknow; Sparc India Jyoti Kiran School, Lucknow; Pyssum Day Care Center, Lucknow; S.S.Public School, Lucknow; Learning Center, Rajajipuram, Lucknow and CMS Mahanagar, Campus I, Lucknow etc.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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महिलाओं के उपचार केे लिये वरदान

Posted on 16 December 2011 by admin

गौरांग क्लीनिक एवं होम्योपैथिक अनुसंधान केन्द्र, लखनऊ, विगत 25 वर्षो से विभिन्न रोगों पर होम्योपैथिक औषधियों के प्रभाव का आंकलन कर रहा है। जिसमंे से एक है महिलाओं की ओवरी में सिस्ट का बराबर बना  रहना, जिसके परिणाम अत्यन्त उत्साहवर्धक रहे है। इससे प्रेरित होकर केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने लखनऊ स्थित होम्योपैथिक रिसर्च फाउन्डेशन को फरवरी 2008 में दो वर्षो के लिये ओवरी में सिस्ट के मरीजो पर शोध करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की थी। जिसमें कुल 48 मरीजो का उपचार करके होम्योपैथिक औषधियों के प्रभाव का आंकलन किया गया और पाया गया कि 18 मरीजो (37 प्रतिशत) की सिस्ट मंे प्रभावी सुधार हुआ। पल्साटिला, नैट्रमम्यूर, सीपिया और कैल्केरिया कार्ब आदि दवायें मुख्यता उपयोगी साबित हुयी।
होम्योपैथिक औषधियों का ओवरी की सिस्ट पर परीक्षण करने वाले दल में डा0 गिरीश गुप्ता, मुख्य अनुसंधानकर्ता, डा0 नीलिमा सिंह (स्त्री रोग विशेषज्ञ) सहअनुसंधानकर्ता, डा0 रिचा सिंह एवं डा0 सन्तोष सिंह, अनुसंधान सहायक सम्मिलित थे। केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली से डा0 चतुर्भुज नायक महानिदेशक एवं डा0 अनिल खुराना सहायक निदेशक ने शोध कार्य में समन्वयक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उपरोक्त शोध के प्रतिष्ठित शोध पत्र में प्रकाशित होने के अवसर पर डा0 गिरीश गुप्ता ने बताया कि इससे यह सिद्ध होता है कि होम्योपैथिक सिद्धान्तो पर चयनित होम्योपैथिक औषधियाँ न केवल ओवरी मंे उत्पन्न सिस्ट को जड़ से ठीक करती है बल्कि असंतुलित हारमोन्स के स्तर को भी ठीक करती है। यह शोध भविष्य में होम्योपैथिक अनुसंधान के क्षेत्र में कई संभावनाओं के साथ-साथ अविवाहित एवं उन महिलाओं के उपचार केे लिये वरदान साबित होंगी जिनमें किन्ही कारणों से सर्जरी नही की जा सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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