Archive | सम्मान

कवि कैलाष मड़बैया को तीन राष्ट्ीय पुरस्कार

Posted on 17 February 2013 by admin

kailashkailash1ख्यात कवि और लगभग दो दर्जन ग्रंथों के रचयिता साहित्यकार श्री कैलाष मड़बैया को लगातार उत्तर ,मध्य और दक्षिण भारत के तीन राष्ट्ीय सम्मानों से अजग अलग नवाजा गया है। उत्सव गणतंत्र में श्री मड़बैया को उनके राष्ट्ीय साहित्यिक अवदान के लिये गएातंत्र दिवस पर पद्यश्री रमेषषाह आदि ने देष के11साहित्यकारों  के साथ भोपाल में ‘अभिनव षब्द षिल्पी’ से अलंकृत किया गया। वहीं वर्ष 2013 का प्रतिष्ठित राजा संतोषसिंह सम्मान उत्तर के छतरपुर में जिला कलैक्टर एवं नगर निगम अध्यक्ष ने नववर्ष लोक भाषा बंुदेली अलंकरण अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में भारी जन समूह में श्री मड़बैया जी को मानदेयराषि और अभिनंदन पत्र आदि भेट किये गये। उधर दक्षिण भारत में श्री कैलाष मड़बैया को वर्षान्त पर कर्नाटक के धवला तीर्थ में राष्ट्ीय प्राकृत षोध संस्थान में काव्य वचनम के साथ गोम्मट सम्मान में वस्त्रांग आदि अलंकरण प्रख्यात कन्नड़ विद्वान/ भट्टारकों के आचार्य पं0 पाॅंषुपाल पंडित श्री प्रभाकराचार्य जी द्वारा भेट किये गये। हमारी ओर से भी कवि कैलाष मड़बैया भोपाल को अनत बधाइयाॅं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
[email protected]
[email protected]

Comments (0)

निःस्वार्थ समाज सेवा करने वाले 20 प्रतिश्ठित व्यक्तियों को एस आर जिंदल पुरस्कार 2012 से सम्मानित किया

Posted on 17 December 2012 by admin

एस जे फाउंडेषन ने आज राश्ट्रीय राजधानी में आयोजित रंगारंग एवं भव्य पुरस्कार वितरण समारोह में डा. ई. श्रीधरण, स्वर्गीय सत्येन्द्र कुमार दुबे और सुभाश चंद्र अग्रवाल सहित निःस्वार्थ समाज सेवा करने वाले 20 प्रतिश्ठित व्यक्तियों को एस आर जिंदल पुरस्कार 2012 से सम्मानित किया।
dr-sitaram-jindal-left-patron-sj-foundation-felicitating-sri-sri-ravi-shankar-at-sr-jindal-prize-2012-award-ceremonyइस मौके पर उन हस्तियों एवं संस्थाओं को सम्मानित किया गया जो समाज की निःस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। इन्हें कुल मिलाकर आठ करोड़़ रुपये की पुरस्कार राषि दी गयी। एस आर जिंदल पुरस्कार, 2012 निम्नलिखित आठ श्रेणियांे के लिए प्रदान किये गये। ये श्रेणियां हैं - (1) कृशि, ग्रामीण विकास एवं गरीबी उन्मूलन, (2) स्वास्थ्य सेवा - औशधि रहित उपचार एवं प्राकृतिक चिकित्सा, (3) षिक्षा- नैतिक उत्थान पर विषेश बल, (4) विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण, (5) षांति, सामाजिक सद्भाव एवं सामाजिक विकास, (6) भ्रश्टाचार के खिलाफ अभियान (7) असाधारण समाज सेवा और (8) किसी भी क्षेत्र में मानव जाति के लिए अनुकरणीय सेवा। एक मानद पुरस्कार भी प्रदान किया गया। सेवाओं एवं संवाद के जरिये विष्व षांति को बढ़ावा देने वाले अहिंसा एवं वैष्विक मानवीय मूल्यों के प्रतीक श्री श्री रविषंकर जी ने पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता पुरस्कार विजेताओं का चयन करने वाली जूरी के अध्यक्ष तथा उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीष न्यायमूर्ति आर सी लाहोटी ने की।
dr-sitaram-jindal-justice-rc-lahoti-anna-hazare-sri-sri-ravi-shankar-at-sr-jindal-prize-2012देष में भारतीय नागरिकों के कल्याण के लिये महत्वपूर्ण योगदान एवं अनुकरणीय सेवा देने वाले व्यक्तियों एवं संगठनों को प्रोत्साहित करने के उद्देष्य से गत वर्श एस आर जिंदल पुरस्कार ंकी स्थापना की गयी थी। उम्मीद है कि एस आर जिंदल पुरस्कार के जरिये मिलने वाले सम्मान एवं पहचान सामाजिक उत्थान के प्रति उनके प्रयासों को और उत्प्रेरित करेगा।
एक करोड़ रुपये का पुरस्कार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के लिये डा. विजय पी भाटकर एवं भारत लोक षिक्षा परिशद को षांति, सामाजिक सद्भाव एवं सामाजिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये दिया गया।
एस जे फाउंडेशन के संरक्षक एवं जिंदल एल्यूमिनियम के सीएमडी डा. सीताराम जिंदल का दृष्टिकोण यह है, ‘‘मेरी नजर में समाज को वापस देने का सर्वाधिक व्यावहारिक और सार्थक तरीका यह है कि दुख की घडि़यां गिन रहे गरीबों एवं बंचितों के जीवन में उम्मीद पैदा किया जाये। मैं अल्बर्ट आइंस्टीन के इस विचार का प्रषंसक हूं कि ‘‘केवल वही जीवन सार्थक है जो दूसरों के लिये जिया जाता है।’’ यह आवश्यक है कि चुपचाप सेवा कार्य करने वाले निःस्वार्थ समाज सेवियों के योगदानों को समाज स्वीकार करे तथा उन्हें वह सम्मान प्रदान करे जिसके वे हकदार हैं ताकि अन्य लोग भी ऐसे कामों को आगे बढ़ाने के लिये प्रेरित हो सकें। इसी उद्देष्य को ध्यान में रखते हुए फाउंडेशन ने ‘‘एस आर जिंदल पुरस्कार’’ की स्थापना करने का फैसला लिया।
दिल्ली मेट्रो के विकास एवं स्थापना में असाधारण योगदान देने के लिये डा. ई श्रीधरण को एस आर जिंदल पुरस्कार (मानद) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वर्ष 1969 में स्थापित एस जे फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में काम करने वाला गैर राजनैतिक, गैर धार्मिक और धर्मार्थ ट्रस्ट है। इस फाउंडेषन ने अन्य धर्मार्थ संस्थाओं को वित्तीय सहायता देने के अलावा, अनेक षैक्षणिक संस्थानों और अस्पतालों की स्थापना की है। यह फाउंडेशन छात्रवृत्ति के माध्यम से गरीब और योग्य छात्रों की मदद करता है। फाउंडेषन के बारे में अधिक जानकारी इस वेबसाइट से हासिल की जा सकती है - ूूूण्ेतरण्वितह
कृशि, ग्रामीण विकास एवं गरीबी उन्मूलन के लिये एक करोड़ रुपये का एस आर जिंदल पुरस्कार संयुक्त रूप से पुणे के बीएआईएफ विकास अनुसंधान फाउंडेषन तथा तिरूपति के राश्ट्रीय सेवा समिति (रास) को प्रदान किया गया। बीएआईएफ विकास अनुसंधान फाउंडेषन ने 12 राज्यों में 45 लाख आदिवासी एवं ग्रामीण परिवारों को सषक्त बनाया है जबकि राश्ट्रीय सेवा समिति ने तीन राज्यों में 10 लाख से अधिक ग्रामीणों को लाभ पहुंचाया है।
डा0 सीताराम जिंदल ने साल दर साल सतत पुरस्कार से योग्य व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित करने के लिए 125 करोड़ रुपये की राषि का कोश बनाया है। इस तरह के पुरस्कार नोबेल पुरस्कार जैसे कुछ दुर्लभ मामलों में ही प्रदान किये जाते हैं।
चेन्नई के अरविन्द आई हास्पीटल एवं द बनयान को स्वास्थ्य, औशधि रहित उपचार एवं प्राकृतिक चिकित्सा की श्रेणी में संयुक्त तौर पर एस आर जिंदल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अरविन्द आई हास्पीटल हर साल 27 लाख मरीजों को नेत्र चिकित्सा एवं देखभाल की सुविधायें प्रदान करता है जबकि द बनयान, चेन्नई मानसिक रूप से रुग्न बेघर महिलाओं के इलाज एवं पुनर्वास के लिये काम कर रहा है। इस पुरस्कार के तहत दोनों को संयुक्त रूप से एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राषि दी गयी।
नैतिक उत्थान को खास महत्व देते हुये षिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिये विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी और भारत के एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज को संयुक्त रूप से पुरस्कार प्रदान किया गया। विवेकानंद केन्द्र, कन्याकुमारी षिक्षा सेवा के क्षेत्र में सक्रिय है जो भारत के छह राज्यों में उच्च षैक्षिक एवं नैतिक मानदंडों को बनाये रखते हुये 63 विद्यालयों का संचालन कर रहा है जिसमें 22 हजार छात्र पढ़ रहे हैं। एसओएस चिल्ड्रेन विलेजज पारिवारिक वातावरण एवं देखरेख में 6135 बेसहारा बच्चों को निःषुल्क षिक्षा एवं चिकित्सा उपलब्ध करा रहा है। इन दोनों को संयुक्त रूप से एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राषि दी गयी।
असाधारण समाज सेवा की श्रेणी में एक करोड़ रुपये का पुरस्कार संयुक्त रूप से भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति तथा उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान को दिया गया। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति हर साल 20 हजार से अधिक कृत्रिम अंग प्रदान करता है। उदयपुर का नारायण सेवा संस्थान पोलियो ग्रस्त लोगों को निःषुल्क इलाज उपलब्ध करा रहा है तथा उनका पुर्नवास कर रहा है।
भ्रश्टाचार के खिलाफ अभियान के लिये एक करोड़ रुपये का एस आर जिंदल पुरस्कार संयुक्त रूप से स्वर्गीय सत्येन्द्र कुमार दुबे, श्री संजीब सिंह कटियार उर्फ संजीबा तथा श्री अजय षंकर दुबे को दिये गया। स्वर्गीय सत्येन्द्र कुमार दुबे ने भ्रश्टाचार के खिलाफ आवाज उठायी थी और उन्होंने एनएचएआई में भ्रश्टाचार का पर्दाफाष करने के लिये अपनी जान की कुर्बानी तक दे दी। श्री संजीब सिंह कटियार नुक्कड़ नाटकों एवं आरटीआई कानून के जरिये भ्रश्टाचार को उजागर करते रहे हैं और भ्रश्टाचार के खिलाफ संघर्श करते रहे हैं। श्री अजय षंकर दुबे ने मध्य प्रदष में मनरेगा एवं खनन लीज मामलों में भ्रश्टाचार को उजागर किया है।
‘‘किसी भी क्षेत्र में मानव जाति के लिये अनुकरणीय सेवा’’ के लिये एस आर जिंदल पुरस्कार के लिये श्री सुभाश चन्द्र अग्रवाल, श्रीमती फुलबासन यादव, भारत सेवाश्रम संघ, श्री टी दुर्योधन रेड्डी, श्री दीपेन्द्र मनोचा और अमर सेवा संगम को पुरस्कृत किया गया। इनके बीच एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राषि संयुक्त तौर पर दी गयी।
एस आर जिंदल पुरस्कार के लिए इस वर्श 2700 नामांकन प्राप्त हुुए और इस पुरस्कार के लिए असाधारण प्रतिक्रिया मिली। नामांकन पूरे देष से प्रिंट और इलेक्ट्राॅनिक मीडिया में विज्ञापन के साथ-साथ एस जे फाउंडेषन की वेबसाइट के द्वारा आमंत्रित किये गये। प्राप्त नामांकन से उच्च अखंडता प्राप्त प्रतिश्ठित व्यक्तियों की ज्यूरी ने एक स्वतंत्र प्रक्रिया के द्वारा पुरस्कार के लिए चुनाव किया। ये पुरस्कार हर साल प्रदान किये जाएंगे।
इस पुरस्कार का चुनाव करने वाली ज्यूरी में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीष (ज्यूरी के अध्यक्ष भी) माननीय न्यायमूर्ति श्री आर. सी. लाहोटी, दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीष न्यायमूर्ति श्री अजित प्रकाष षाह, भारत के पूर्व नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक श्री वी. के. षुंगलू, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पूर्व सचिव श्री धनेन्द्र कुमार, प्रख्यात पत्रकार डा. वेद प्रताप वैदिक, अलीगढ़ मुस्लिम विष्विद्यालय के पूर्व चाइस चांसलर श्री नसीम अहमद तथा श्री एन. पी. गुप्ता (सेवा निवृत आईएएस तथा एस जे फाउंडेषन के महासचिव) जैसी सामाजिक योगदान करने वाली प्रतिश्ठित हस्तियां षामिल थीं।
पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं के बारे में अधिक जानकारी www.sjfprize.org पर उपलब्ध है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
[email protected]
[email protected]

Comments (0)

सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया को सर्टीफिकेट आफ एक्सी्लेन्सस पुरस्काकर

Posted on 11 September 2012 by admin

photoसेन्ट्र ल बैंक आफ इंडिया आंचलिक कार्यालय लखनऊ से प्राप्त  जानकारी के अनुसार ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्था न स्थाापित करने में उल्ले‍खनीय भूमिका का निर्वाह करने पर सर्टीफिकेट आफ एक्सीणलेन्स  भारत सरकार के केन्द्री य ग्रामीण विकास मंत्री श्री जय राम रमेश द्वारा प्रदान किया गया। बैंक की ओर से यह पुरस्काार श्री आर.बी.गुप्ताम महाप्रबंधक प्राथमिकता क्षेत्र द्वारा ग्रहण किया गया। विदित हो कि बैंक द्वारा देश में 46 ग्रामीण स्वारोजगार प्रशिक्षण संस्था न स्थािपित किए गए हैं जिनके माध्यगम से ग्रामीण युवकों के कौशल उन्नथयन के लिए प्रशिक्षण देकर प्रोत्सानहित किया जाता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
[email protected]
[email protected]

Comments (0)

अर्जेन्टीना के दो विश्वविद्यालयों द्वारा ‘डाॅक्टरेट की मानद उपाधि’ से सम्मानित होंगे डा. जगदीश गाँधी

Posted on 14 August 2012 by admin

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी को अर्जेन्टीना के दो विख्यात विश्वविद्यालयों ‘यूनिवर्सिटी आॅफ एनेट्री रिओस’ तथा ‘यूनिवर्सिटी आॅफ लाॅ मेन्डोजा’ द्वारा ‘डाॅक्टरेट की मानद उपाधि’ से सम्मानित किया जा रहा है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि डा. गाँधी को डाॅक्टरेट की यह उपाधि विश्व के दो अरब से  अधिक बच्चों के सुरक्षित भविष्य हेतु विगत 12 वर्षो से ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ को आयोजित करने तथा वल्र्ड जूडीशरी समिट को सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु दिया जा रहा है। डाॅ. गाँधी द्वारा विगत 12 वर्षों से आयोजित किये जाने वाले मुख्य न्यायाधीशों के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अब तक 103 देशों के 484 माननीय मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश तथा शासनाध्यक्ष प्रतिभाग कर चुके हैं। इस वल्र्ड जुडीशियरी समिट ने विश्व संसद, विश्व सरकार तथा वल्र्ड कोर्ट आॅफ जस्टिस स्थापित करने की मुहिम को भारी समर्थन दिया है। इन उपाधियों को ग्रहण करने हेतु डा. गाँधी आगामी 17 अगस्त को अर्जेन्टीना के रवाना हो रहे हैं एवं डा. गाँधी के साथ  श्री संदीप श्रीवास्तव, प्रोजेक्ट लीडर, अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन, भी अर्जेन्टीना रवाना हो रहे हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि डा. गाँधी को आगामती 21 अगस्त 2012 को ‘ऐनेट्री रिओस यूनिवर्सिटी’ द्वारा एवं  23 अगस्त को ‘यूनिवर्सिटी आॅफ लाॅ मेन्डोजा’ द्वारा विशेष सम्मान समारोहों में ‘डाक्टरेट की मानद उपािध’ से सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा डा. गाँधी ब्यूनस आयर्स, अर्जेन्टीना में आयोजित ‘न्यायाधीशों के सम्मेलन’ में शामिल होंगे तथापि अर्जेन्टीना सुप्रीम कोर्ट के प्रेसीडेन्ट जस्टिस रिकार्डो लोरेनजेटी, वाइस-प्रेसीडेन्ट हेलेना हाईटोन डे नोलासको, नेशनल कमीशन (यूनेस्को) की सचिव सुश्री जुलीना बु्रटोन, अर्जेन्टीना में भारतीय राजदूत श्री अमरेन्द्र खातुआ समेत कई प्रख्यात हस्तियों एवं अर्जेन्टीना के विभिन्न न्यायालयों के न्यायाधीशों व बार एसोसिऐशन के सदस्यों से भी मिलेंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि अर्जेन्टीना के दो विश्वविद्यालयों द्वारा ‘डाक्टरेट की मानद उपाधि’ के माध्यम से  डा. जगदीश गाँधी द्वारा बच्चों के अधिकारों व विश्व एकता व विश्व शांति हेतु पिछले 53 वर्षों से किये जा रहे अथक प्रयासों को विश्व स्तर पर एक और सम्मान से नवाजा जा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि डा. गाँधी को ‘डाक्टरेट की उपाधि’ से सम्मानित किया जाना मात्र एक व्यक्ति का सम्मान नहीं है अपितु यह लखनऊ व प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इससे पहले भी डा. गाँधी को ‘बक्सीर स्टेट पोडागोगिकल यूनिवर्सिटी’, ऊफा द्वारा ‘डाक्टरेट की  उपाधि’ से सम्मानित किया जा चुका है तथापि अब अर्जेन्टीना के विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान किया जा रहा यह सम्मान डा. गाँधी द्वारा विश्व के दो अरब बच्चों हेतु सुरक्षित व शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था की स्थापना को और गति प्रदान करेगा। श्री शर्मा ने बताया कि डाॅ गांधी को शिक्षा और मानव कल्याण के क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिये अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। आपको ख्याति प्राप्त यूनेस्को द्वारा शान्ति शिक्षा पुरस्कार-2002,
आई.सी.एस.सी. काउन्सिल का डेरोजियो अवार्ड, अमेरिका के जार्जटाउन नगर की चाबी सौंप कर सम्मान, पौलेण्ड की एकेडमी आॅफ साइन्सेज द्वारा फ्रेण्ड आफ यंग फिजीसिस्ट अवार्ड आदि से अब तक सम्मानित किया जा चुका है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
[email protected]
[email protected]

Comments (0)

विकलांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों/ स्वैच्छिक संगठनों को पुरस्कृत करने हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित

Posted on 08 August 2012 by admin

‘विश्व विकलांगता दिवस’ के अवसर पर भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार योजना के तहत विकलांगता के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों/स्वैच्छिक संगठनों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।
निदेशक, विकलांग कल्याण श्री हरि लाल पासी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस संबंध में समस्त जिलाधिकारियों को परिपत्र जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया इन पुरस्कारों के लिये पूर्व प्रेषित निर्धारित प्रारूप अथवा भारत सरकार की वेबसाइट www.socialjustic.nic.in पर उपलब्ध आवेदन प्रारूप पर आवेदन पत्र आमंत्रित किये जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अन्तर्राष्ट्रीय विश्व विकलांगता दिवस प्रतिवर्ष 3 दिसम्बर को मनाया जाता है। इस वर्ष भी 3 दिसम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर इस क्षेत्र मंे उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों/विकलांगता के क्षेत्र में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों, सेवायोजकों को भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा पुरस्कार दिया जायेगा। जिन क्षेत्रों में पुरस्कार दिये जायेंगे वे हैं स्वतः रोजगाररत दक्ष विकलांग व्यक्ति/कर्मचारी, उत्कृष्ट विकलांग कर्मचारी, उत्कृष्ट सेवायोजक एवं प्लेसमेन्ट अधिकारी, व्यक्ति विशेष, उत्कृष्ट संस्था, उत्कृष्ट रोल माडल, विकलांगों के लिए बाधारहित वातावरण का निर्माण, विकलांगजन के पुनर्वासन के क्षेत्र में कार्य, उत्कृष्ट जनपद, उत्कृष्ट लोकल लेवल कमेटी, उत्कृष्ट चैनेलाइजिंग एजेंसी, असाधारण सृजनात्मक कार्य, उत्कृष्ट ब्रेलप्रेस तथा उत्कृष्ट एससेबल वेबसाइट।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
[email protected]
[email protected]

Comments (0)

श्री सुनील भारती मित्तल, चेयरमैन और ग्रुप सी.ईओ., भारती समूह को डाॅक्टर आॅफ साइंस (Honoris Causaa) उपाधि से सम्मानित किया

Posted on 23 August 2011 by admin

भारत के सबसे प्रतिष्ठित और विश्व स्तर पर प्रशंसित शिक्षा संस्थानों मंे से एक, इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी (आईआईटी), खड़गपुर ने श्री सुनील  भारती मित्तल, चेयरमैन और ग्रुप सी.ईओ., भारती समूह को डाॅक्टर आॅफ साइंस (Honoris Causaa) उपाधि से सम्मानित किया है। उद्यमी के रूप में राष्ट्र निर्माण में उत्कृष्ट योगदान हेतु श्री मित्तल को यह सम्मान प्रदान किया गया है। यह उपाधि भारत के माननीय प्रधानमंत्री, डाॅ. मनमोहन सिंह द्वारा श्री मित्तल को आईआईटी के 57 दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रदान की गयी।

श्री सुनील भारती मित्तल ने कहा, ‘इस उपलब्धि को हासिल कर मैं गौरवान्वित हुआ हूं जिसे मुझे भारत के सबसे सम्मानित शिक्षा संस्थानों में से एक ने प्रदान किया है जो हमेशा से ही अपनी तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता के माध्यम से राष्ट्र के विकास के लिये योगदानबद्ध रहा है। आज न केवल हमारे भारतीय संगठन भारत के विकास मंे योगदान दे रहे है।, बल्कि वे भारत की सफलता को विश्व मंच पर पहुंचाने में भी सक्रिय हैं।  मेरा मानना है कि यह सम्मान भारतीय उद्यमशीलता के लिये एक उपलब्धि है और उभरते उद्यमियों के लिये प्रेरणा का स्त्रोत भी है।’
इलेक्ट्रानिक्स एवं टेलिकम्युनिकेशन के विकास में अपने वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं महत्वपूर्ण योगदान के लिये भी श्री सुनील भारती मित्तल को वर्ष 2008 में द इंस्टीट्यूट आॅफ इलेक्ट्रानिक एण्ड टेलिकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (आईटटीइ) द्वारा उत्कृष्ट सम्मान ‘द हाॅनरेरी फैलोशिप’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। अन्य उल्लेखनीय उपाधियों मंे युनिवर्सिटी आॅफ यूके द्वाार डाॅक्टर आॅफ लाॅ (Honoris Causaa), गोविन्द वल्लफ पंत युनिवर्सिटी आॅफ एग्रीकल्चर एण्ड टेक्नोलाॅजी द्वारा डाॅक्टर आॅफ  साइंस (Honoris Causaa) भी शामिल है।

सफल उद्यमी के आधार पर श्री सुनील भरतीय मित्तल ने अपने सफल कार्य संपादन एवं भारत के विकास में योगदान हेतु कई सम्मान भी हासिल किये हैं। उन्हें देश में विश्व-स्तरीय टेलिकाॅम सेक्टर के विकास एवं देश के आर्थिक विकास में इसके सहयोग हेतु भारत सरकार द्वारा देश के प्रतिष्ठित, पद्मभूषण सम्मान से भी नवाजा गया है। इंटरप्राइज हेतु नये स्टैण्डर्ड्स एवं उसे सफल, निरंतर एवं वैश्विक आधार देते हुए बहु संस्कृतियों, विविधताओं एवं आर्थिक व सामाजिक विकास में योगदान के लिये उन्हें हाल ही में INSEAD लीडर आॅफ द वल्र्ड अवार्ड 2011 भी प्रदान किया गया। श्री सुनील भारती मित्तल को द कील इंस्टीट्यूट, जर्मनी द्वारा ग्लोबल इकोनाॅमी प्राइज़ 2009 प्राप्त हो चुका है। साथ ही उन्हें यू.एस.-इण्डिया बिज़नेस काॅउन्सिल ने ‘ग्लोबल विज़न’ अवाॅर्ड 2008 के साथ सम्मान भी दिया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Comments (0)


Advertise Here
Advertise Here

INFORMATION

  • Log in
  • Entries RSS
  • Comments RSS
-->





 Type in