- सामाजिक सौहार्द की पुरजोर अपील की सी.एम.एस. छात्रों ने
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अशर्फाबाद कैम्पस के मेधावी छात्रों ने एक विशाल ‘‘सामाजिक सद्भाव मार्च’’ निकालकर सामाजिक सौहार्द की पुरजोर अपील की एवं विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक समुदायों के मध्य परस्पर विश्वास एवं एकता का अभूतपूर्व संदेश दिया। सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस के छात्रों ने अशर्फाबाद के विभिन्न गली-मोहल्लों में घूम-घूमकर समाज में सहयोग, शान्ति, सद्भाव, सौहार्द का अभूतपूर्व उल्लास जगाया एवं जन-समुदाय से समाज के पुनरुत्थान का संदेश दिया। इससे पहले सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने झंडी दिखाकर ‘‘सामाजिक सद्भाव मार्च’’ को रवाना किया। इस अवसर पर लखनऊ के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अशर्फाबाद की गलियों में अत्यन्त अनुशासित ढंग से पंक्तिबद्ध छात्रों का यह विशाल मार्च अत्यन्त ही मनोहारी दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। जहाँ एक ओर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि विभिन्न धर्मावलम्बियों की वेशभूषा में सुसज्जिल सी.एम.एस. छात्र अपने हाथों में सभी धर्मों के अवतारों तथा महापुरूषों के सद्वाक्यों की तख्तियाँ लेकर सभी को सामाजिक सद्भाव एवं सामाजिक एकता के लिए प्रेरित कर रहे थें तो वहीं दूसरी ओर अशर्फाबादवासियों ने भी सी.एम.एस. छात्रों का खूब उत्साहवर्धन किया। सड़कों के किनारे पर खडे जन-समुदाय ने सामाजिक एकता व शान्ति को बढ़ावा देने हेतु सी.एम.एस. छात्रों की इस मुहिम का सभी ने पुरजोर समर्थन किया। इस विशाल मार्च में अशर्फाबाद कैम्पस के छात्रों ने ‘ईश्वर एक है, धर्म एक है तथा मानव जाति एक है’ का पुरजोर संदेश देने के साथ ही बीमार, गरीब, असहाय तथा मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों एवं व्यक्तियों की सहायता के लिए शिया यतीम खाना, हिन्दू अनाथ आश्रम, क्रिशियन अनाथालय आदि समाज सेवी संस्थाओं को मदद करने की अपील भी की।
इससे पहले ‘सामाजिक सद्भाव मार्च’ को रवाना करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने अपने संबोधन में कहा कि सामाजिक प्रगति व उत्थान के लिए धार्मिक एकता तथा विश्व एकता आज की अनिवार्य आवश्यकता है जिसकी शिक्षा बच्चों को बाल्यावस्था से देने की बहुत आवश्यकता है। आज हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य बच्चों की चेतना का विकास करना है, ताकि हम उन नैतिक मूल्यों को फिर से स्थापित कर भारत को गौरव प्रदान कर सकें। सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस की प्रधानाचार्या सुश्री अर्चना पाण्डे ने कहा कि इस सामाजिक सद्भाव मार्च का उद्देश्य समस्त जनमानस में मानव मात्र हेतु प्रेम का संचार करना है एवं इस तथ्य को उद्घाटित करना है कि मानवता का धर्म ही शाश्वत सत्य है। उन्होंने कहा कि बिना धार्मिक एकता के सामाजिक एकता व विश्व एकता की कल्पना नहीं की जा सकती, ऐसे में आज भावी पीढ़ी को यह समझाने की आवश्यकता है कि सभी धर्मों का उद्देश्य एक ही है ‘मानव धर्म’ और सभी धर्म हमें एक ही परमपिता परमात्मा की ओर ले जाते हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. छात्र शैक्षिक क्षेत्र में नये-नये कीर्तिमान स्थापित करने के साथ ही विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में भी जोरदार भागीदारी कर समाज के पुनरुत्थान को संकल्पित हैं और सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस का यह विशाल मार्च भी इन्ही प्रयासों की एक कड़ी है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री