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विकलांगों एवं दृष्टिबाधितों को आँखों में रोशनी के साथ शिक्षा, रोजगार और जीवन साथी दिलाने के लिए

Posted on 30 October 2012 by admin

_dsc8946संस्था प्रकृति द नेचर जो कि बाल कल्याण, नेत्रदान, प्रकृति संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत है, ने अपनी 10 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सी0एम0एस0 सभागार, गोमती नगर, लखनऊ में आज एक समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर महापौर लखनऊ डा0 दिनेश रूार्मा जी ने सामाजिक पोर्टल www.beyondthevision.in जो कि नेत्रहीनों एवं विकलांगों को समर्पित हैद्ध का का शुभारम्भ किया।  लिम्का बुक आॅफ रिकार्डस 2008, 2009 में नामित 13 वर्षीय प्रकृति चन्द्रा पिछले 9 वर्षो से नेत्रदान के लिए काम कर रही है। अब प्रकृति चन्द्रा ने इस पोर्टल का निर्माण विकलांगों एवं दृष्टिबाधितों को आँखों में रोशनी के साथ शिक्षा, रोजगार और जीवन साथी दिलाने के लिए किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रकृति ने पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकरी दी। उन्होनें बताया कि पोर्टल के माध्यम से दृष्टिबाधितों को पाठ्यक्रम की पुस्तकों की Audio CD निःशुल्क प्रदान की जायेगी साथ ही परीक्षा में लिखने के लिए सहयोगी छात्र भी उपलब्ध कराये जायेगें। कोई भी बरोजगार दृष्टिबाधित, विकलांग व्यक्ति पोर्टल पर अपना निःशुल्क पंजीकरण करा सकता है। Beyond The Vision  उन्हें सरकारी विभाग एवं प्राइवेट कम्पनियों में नौकरी उपलब्ध करायेगा।  इस पोर्टल पर विकलांग एवं दृष्टिबाधित अपने विवाह हेतु निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं, यह पोर्टल उनके लिए सुयोग्य जीवन साथी की तलाश करेगा। जो व्यक्ति नेत्रदान का संकल्प लेना चाहते हैं, वह www.beyondthevision.in पर फार्म भर कर नेत्रदान कर  सकते हैं और जिन दृष्टिबाधित लोगों को कार्निया की जरूरत है वह भी अपना निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं। वृद्ध एवं गरीब लोगों के लिए निःशुल्क मोतियाबिन्द के आप्रेशन की व्यवस्था भी www.beyondthevision.in पोर्टल द्वारा की जायेगी। इस पोर्टल में नेत्रदान के बारे में बताया गया है कि कौन व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है, कौन नेत्रदान नहीं कर सकता है? मृत्युपरान्त नेत्रदान के लिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए आदि।
l-r-dr-roopesh-kumar-prakrati-chandra-2महापौर लखनऊ डा0 दिनेश शर्मा जी ने इस पोर्टल को विकलांगों और दृष्टिबाधितों के लिए वरदान स्वरूप बताया और कहा कि इसका उपयोग कर हर व्यक्ति समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी कर सकता है। उन्होनें पोर्टल की तारीफ करते हुए कहा कि प्रकृति चन्द्रा का यह अनूठा प्रयास विकलांगों और दृष्टिबाधितों के जीवन को सम्पूर्णता प्रदान करेगा। अन्त में संस्था के अध्यक्ष डा0 रूपेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस मौके पर श्री आर0 के0 मित्तल, रिटायर्ड आई0ए0एस0 अनीस अन्सारी - वाइस चान्सलर उर्दू अरबी यूनिवर्सिटी, श्री काजल घोष मुख्य महाप्रबन्धक - स्टेट बैंक, जगदीश गांधी सस्थापक सी0एम0एस0, कुमकुम राय चैधरी - सहारा इण्डिया परिवार सहित सैकड़ों दृष्टिबाधित, विकलांग एवं गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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